इस इंटरनेट की दुनिया में आज हर कोई किसी वेबसाइट में विजिट कर रहा है कोई ब्लॉग पढ़ रहा है कोई सोशल मीडिया चला रहा है आप सभी ये सब करते है लेकिन कई बार आपने भी सोचा होगा की ये सब होता कैसे है और इन सब को बनाया कैसे जाता है फिर अपने सुना ही होगा की ये सब Coding से होता है इंटरनेट में जितने भी वेबसाइट या सोशल मीडिया एप्प है सभी किसी न किसी Coding की भाषा से बना है
फिर आपके मन ये सवाल भी उठा होगा की ये की ये कोडिंग क्या है ? कोडिंग में क्या भविष्य है तो आज आप इस लेख में जानेंगे की क्या है ये कोडिंग और कोडिंग में क्या भविष्य है। पर सवाल यह उठता है की Coding kaise sikhe और कहा से सीखे तो इस पोस्ट में आप यही जानेंगे की।
Coding kya hai? कोडिंग कैसे सीखे , कोडिंग में क्या भविष्य है।
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ये कोडिंग क्या है ? कोडिंग कैसे सीखे , कोडिंग में क्या भविष्य है। |
कोडिंग क्या है - Coding kya hai
कोडिंग को दूसरी भाषा में कहा जाये तो इसे प्रोग्रामिंग language कहते है, इंटरनेट पर उपलब्ध सभी वेबसाइट और कंटेंट किसी न किसी कोडिंग ( Programming ) language से बना हुआ है
कोडिंग एक ऐसी भाषा है जिससे कंप्यूटर और इंसानो के बीच बातचीत को सही तरीके से किये जा सकता है आसान भाषा में कहु तो कोडिंग एक ऐसी भाषा है जिससे हम किसी कंप्यूटर को बता सकते है की क्या करना है क्या नहीं करना है
उदाहरण - जैसे मान लीजिये की आप एक सॉफ्टवेयर बनवाना चाहते है या कोई वेबसाइट बनाना चाहते है तो आपको जो चीजे अपने वेबसाइट में डालना है या किस तरह उसे बनाना है आपको कंप्यूटर को बताना पड़ेगा लेकिन आपकी भाषा को कंप्यूटर नहीं समझ पायेगा उसके लिए आपको किसी न किसी प्रोग्रामिंग language का ज्ञान होना चाहिए जिसे हम कोडिंग कहते है
कोडिंग कैसे सीखे - How to learn Coding
अब आपने कोडिंग के बारे में जान तो लिया तो भी जान लीजिए Coding kaise sikhe क्या पता आपको कभी कोडिंग सिखने का मन कर ले या क्या पता आप कोडिंग में अपना भविष्य बनाना चाहते है और कौन सी भाष सब ज्यादा सीखी जाती है।
यदि आप कोडिंग में आप अपना करियर बनाना चाहते है तो बातें जरूर ध्यान दे :-
- अगर आपने पहले से ही सोच लिया है की आपको कोडिंग के क्षेत्र में भविष्य में अच्छा करियर बनाना है या अच्छे से बड़ी कंपनी में प्लेसमेंट चाहिए तो आप कंप्यूटर साइंस में Engineering ,BCA ,MCA , अदि डिग्री कर सकते है
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- किसी भी वेबसाइट को बनाने के लिए आपको सबसे पहले HTML ,CSS जैसी भाषा को सीखना पड़ेगा
- कोडिंग या किसी प्रोग्रामिंग language को सिखने के लिए भी बड़ी डिग्री आवश्यकता नहीं है बस आपके सिखने की इच्छा मजबूत होनी चाहिए।
- प्रोग्रामिंग language को आप किसी भी तरीके से सिख सकते है आप कोडिंग को ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीको से सिख सकते है
मैंने कुछ ऑफलाइन और ऑनलाइन कोडिंग सिखने के तरीके बताये है जहा से आप कोडिंग सिख सकते है।
ऑफलाइन Coding kaise sikhe
आप सभी अच्छी तरह से जानते है की आज कल हर जगह कही ना कही एक कंप्यूटर सेण्टर जरूर होता है जहा आपको कंप्यूटर कोर्स के साथ साथ बहुत सारे कोर्स सिखाये जाते है आप चाहे तो वह से भी सिख सकते है अगर अपने पहले से ही सोच लिया है की आपको कोडिंग के क्षेत्र में अच्छा करना है तो एक अच्छा यूनिवर्सिटी दाखिला ले सकते है अच्छा डिग्री कोर्स कर सकते है।
अगर आप अपनी कोडिंग की शुरुआत ऑफलाइन और कम पैसो से करना चाहते है तो आप मेरे बताये गए इन सरल बुक से पढ़ कर भी सिख सकते है।
कोडिंग में कुछ सरल प्रोग्रामिंग language जिसे आप खुद सिख सकते है
ऑनलाइन कोडिंग कैसे सीखे Online Coding kaise sikhe
ऑनलाइन कोडिंग सीखना ऑफलाइन कोडिंग सिखने के मुकाबले बहुत ही आसान हो गए है आप ऑनलाइन तरीके कुछ इन वेबसाइट से सिख सकते है
कोडिंग के कितने प्रकार होते है ?
कोडिंग के कई प्रकार होते हैं, जैसे कि फ्रंट-एंड, बैक-एंड, और फुल-स्टैक कोडिंग। फ्रंट-एंड कोडिंग में यूजर इंटरफेस का डिजाइन शामिल होता है, जबकि बैक-एंड कोडिंग में सर्वर और डेटाबेस का प्रबंधन होता है। फुल-स्टैक कोडिंग में दोनों का मिश्रण होता है।
कोडिंग एक ऐसी भाषा है जिसकी कोई संख्या नहीं है क्युकी हर जगह आपको उस अनुकूल के अनुसार उस भाषा का इस्तिमाल देखने को मिलेगा लेकिन इंटरनेट पर कुछ सबसे ज्यादा प्रचलित प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जो आपको देखने को मिलेंगे लेकिन इनमे से कुछ Coding लैंग्वेज है जो ज्यादातर जगहों पर उपयोग किये जा रहे है
जैसे
कोडिंग भाषा के प्रकार
लो लेवल लैंग्वेजेज
लो लेवल लैंग्वेजेज वे भाषाएँ हैं जो मशीन के हार्डवेयर के बहुत करीब होती हैं। इनमें मशीन लैंग्वेज और असेम्बली लैंग्वेज शामिल हैं। ये भाषाएँ कोड को बहुत तेजी से और कुशलता से चलाने में सक्षम होती हैं, लेकिन इन्हें सीखना और समझना थोड़ा कठिन होता है।
हाई लेवल लैंग्वेजेज
हाई लेवल लैंग्वेजेज वे भाषाएँ हैं जो इंसानों के लिए पढ़ने और लिखने में आसान होती हैं। इनमें Python, Java, C++, और JavaScript जैसी भाषाएँ शामिल हैं। ये भाषाएँ अधिक एब्स्ट्रैक्शन प्रदान करती हैं और विभिन्न प्लेटफार्मों पर आसानी से चल सकती हैं।
मशीन लैंग्वेज
मशीन लैंग्वेज कंप्यूटर की सबसे निचली स्तर की भाषा होती है, जिसमें केवल बाइनरी कोड (0 और 1) होते हैं। यह भाषा सीधे कंप्यूटर के
हार्डवेयर से संवाद करती है और बहुत तेज होती है, लेकिन इसे लिखना और समझना बहुत कठिन होता है।
असेम्बली लैंग्वेज
असेम्बली लैंग्वेज मशीन लैंग्वेज का एक उच्च स्तर होता है, जिसमें मनुष्यों के लिए समझने योग्य कोड होते हैं। इसमें निर्देशों को सिंबल्स और ऑपकोड्स के रूप में लिखा जाता है, जिससे कोड लिखना थोड़ा आसान हो जाता है।
प्रॉसिजरल लैंग्वेज
प्रॉसिजरल लैंग्वेज, जिसे इम्पेरटिव लैंग्वेज भी कहा जाता है, कोड को एक सीक्वेंस में लिखने की अनुमति देती है। इनमें C, Pascal, और Fortran जैसी भाषाएँ शामिल हैं। ये भाषाएँ प्रक्रियाओं और उपप्रक्रियाओं के माध्यम से कार्य करती हैं।
ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड लैंग्वेज
ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड लैंग्वेज में डेटा और फंक्शन्स को ऑब्जेक्ट्स के रूप में संगठित किया जाता है। इनमें Java, C++, और Python जैसी भाषाएँ शामिल हैं। यह दृष्टिकोण कोड को अधिक मॉड्यूलर और पुन: उपयोगी बनाता है।
स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज
स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज आमतौर पर छोटे कार्यों को स्वचालित करने के लिए उपयोग की जाती हैं। इनमें JavaScript, PHP, और Ruby जैसी भाषाएँ शामिल हैं। ये भाषाएँ वेब डेवलपमेंट और अन्य ऑटोमेशन कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होती हैं।
फंक्शनल लैंग्वेज
फंक्शनल लैंग्वेज डेटा को फ़ंक्शन्स के रूप में मानती हैं और बिना स्टेट के संचालन करती हैं। इनमें Lisp, Haskell, और Erlang जैसी भाषाएँ शामिल हैं। ये भाषाएँ गणितीय मॉडलिंग और डेटा प्रोसेसिंग के लिए उपयोगी होती हैं।
कोडिंग की प्रमुख भाषाएँ
पायथन
पायथन एक उच्च-स्तरीय, इंटरप्रेटेड भाषा है जिसे उसकी सरलता और पढ़ने में आसानी के लिए जाना जाता है। यह वेब डेवलपमेंट, डेटा साइंस, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है।
जावा
जावा एक उच्च-स्तरीय, ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड भाषा है जो व्यापक रूप से मोबाइल एप्लिकेशन और एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर के विकास में उपयोग की जाती है। यह भाषा अपनी सुरक्षा और पोर्टेबिलिटी के लिए प्रसिद्ध है।
सी++
सी++ एक उच्च-स्तरीय, ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड भाषा है जो गेम डेवलपमेंट और सिस्टम सॉफ़्टवेयर के विकास में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। यह भाषा अपनी प्रदर्शन क्षमता और दक्षता के लिए जानी जाती है।
इन सभी भाषाओ को आप सिख सकते है
कोडिंग क्यों जरूरी है?
आधुनिक दुनिया में, कोडिंग अगर किसी को बीती रात का खाना नहीं है, तो कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी का मामूला हिस्सा हो जाता है। कंप्यूटर से विभिन्न कार्य सम्पादित करने से लेकर, नए और समृद्धिशाली व्यावसायिक क्षेत्रों के विकास तक, कोडिंग ने अपने महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। आज के दौर में, एक अच्छे कोडर की अधिकता से संबंधित नए नौकरी और उन्नति के अवसर हैं, और इसलिए युवा पीढ़ी के लिए कोडिंग एक रोजगारी और रोजगार का अच्छा स्रोत हो सकता है।
कोडिंग सिखने के लाभ
व्यावसायिक लाभ
कोडिंग सीखने से व्यक्ति को विभिन्न व्यावसायिक लाभ मिलते हैं। यह एक उच्च-भुगतान वाला कौशल है जो व्यक्तियों को सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, डेटा साइंस, और
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में करियर बनाने में मदद करता है। कंपनियां कोडर्स को उच्च वेतन देती हैं क्योंकि वे व्यवसायों के डिजिटल समाधान और स्वचालन की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं।
व्यक्तिगत विकास
कोडिंग न केवल व्यावसायिक दृष्टिकोण से बल्कि व्यक्तिगत विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह तार्किक सोच, समस्या समाधान, और विश्लेषणात्मक कौशल को बढ़ावा देता है। कोडिंग सीखने से व्यक्ति आत्मविश्वास और रचनात्मकता में वृद्धि का अनुभव करते हैं।
समस्या समाधान कौशल
कोडिंग समस्या समाधान की कला है। यह हमें समस्याओं को छोटे भागों में विभाजित करने और उन्हें सुलझाने की विधि सिखाता है। यह दृष्टिकोण अन्य जीवन समस्याओं के समाधान में भी मददगार साबित होता है।
कोडिंग कैसे शुरू करें
शुरुआती कदम
कोडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले सही मार्गदर्शन और संसाधन की आवश्यकता होती है। शुरुआती के लिए सबसे आसान और प्रभावी तरीका है ऑनलाइन coding courses , ट्यूटोरियल्स, और पुस्तकें। सरल प्रोग्रामिंग भाषाओं जैसे पायथन या जावास्क्रिप्ट से शुरुआत करना सबसे अच्छा होता है।
आवश्यक उपकरण और सॉफ़्टवेयर
कोडिंग के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपकरण और सॉफ़्टवेयर की आवश्यकता होती है। इनमें टेक्स्ट एडिटर, कंपाइलर, और डिबगर शामिल होते हैं। Sublime Text, Visual Studio Code, और PyCharm जैसे टेक्स्ट एडिटर शुरुआत के लिए उपयुक्त होते हैं।
कोडिंग के लिए सर्वोत्तम प्रथाएँ
कोडिंग की सर्वोत्तम प्रथाएँ अपनाने से कोड साफ और प्रभावी बनता है। इनमें कोड को कमेंट करना, उचित नामकरण की विधियाँ, और मॉड्यूलर प्रोग्रामिंग शामिल हैं। यह सुनिश्चित करता है कि कोड समझने में आसान और बनाए रखने में सरल हो।
Coding के प्रमुख तत्व
सिंटैक्स और सेमांटिक्स
प्रत्येक प्रोग्रामिंग भाषा का अपना सिंटैक्स और सेमांटिक्स होता है। सिंटैक्स कोड लिखने के नियमों को परिभाषित करता है, जबकि सेमांटिक्स उन नियमों को लागू करने का अर्थ बताता है। सही सिंटैक्स और सेमांटिक्स का पालन करना आवश्यक है ताकि कोड सही ढंग से काम कर सके।
डाटा स्ट्रक्चर
डाटा स्ट्रक्चर डेटा को व्यवस्थित और प्रबंधित करने के लिए विभिन्न तरीकों को परिभाषित करते हैं। इनमें Arrays, Linked Lists, Stacks, Queues, Trees, और Graphs शामिल हैं। यह तत्व डेटा को कुशलता से संग्रहीत और पुनः प्राप्त करने में मदद करते हैं।
एल्गोरिदम
एल्गोरिदम एक निश्चित कार्य को पूरा करने के लिए चरण-दर-चरण निर्देश होते हैं। यह समस्याओं को हल करने के लिए कुशल और प्रभावी तरीके प्रदान करते हैं। विभिन्न प्रकार के एल्गोरिदम होते हैं, जैसे कि सॉर्टिंग, सर्चिंग, और ग्राफ एल्गोरिदम।
डेबगिंग और टेस्टिंग
डेबगिंग और टेस्टिंग कोड की गुणवत्ता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के महत्वपूर्ण चरण हैं। डेबगिंग के माध्यम से कोड में मौजूद बग्स को ढूंढा और ठीक किया जाता है, जबकि टेस्टिंग के माध्यम से कोड की कार्यक्षमता और प्रदर्शन का परीक्षण किया जाता है।
वर्जन कंट्रोल
वर्जन कंट्रोल सिस्टम्स (VCS) कोड के विभिन्न वर्जन्स को प्रबंधित और ट्रैक करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। इनमें Git और SVN जैसे उपकरण शामिल हैं। ये सिस्टम्स टीम मेंबर्स को कोलैबोरेट करने और कोड के विभिन्न वर्जन्स को संभालने में मदद करते हैं।
Coding के उपयोग
वेब डेवलपमेंट
वेब डेवलपमेंट में वेबसाइट्स और वेब एप्लिकेशन्स बनाने के लिए Coding का उपयोग किया जाता है। इसमें HTML, CSS, JavaScript, और विभिन्न बैकएंड लैंग्वेजेज जैसे PHP, Python, और Ruby का उपयोग होता है।
ऐप डेवलपमेंट
मोबाइल ऐप्स बनाने के लिए भी Coding का उपयोग किया जाता है। इसमें Android ऐप्स के लिए Java और Kotlin, और iOS ऐप्स के लिए Swift और Objective-C का उपयोग होता है। ऐप डेवलपमेंट तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र है जो अनेक अवसर प्रदान करता है।
गेम डेवलपमेंट
गेम डेवलपमेंट में भी Coding का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसमें Unity, Unreal Engine, और Godot जैसे गेम इंजन का उपयोग होता है। गेम डेवलपर्स विभिन्न प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज जैसे C#, C++, और Python का उपयोग करके आकर्षक और इंटरैक्टिव गेम्स बनाते हैं।
डाटा साइंस
डाटा साइंस में डेटा को विश्लेषित और प्रोसेस करने के लिए Coding का उपयोग किया जाता है। इसमें Python, R, और SQL जैसी लैंग्वेजेज का उपयोग होता है। डाटा साइंटिस्ट्स एल्गोरिदम और मशीन लर्निंग मॉडल्स का उपयोग करके महत्वपूर्ण इनसाइट्स प्राप्त करते हैं।
मशीन लर्निंग
मशीन लर्निंग में भी Coding का उपयोग होता है। इसमें Python और R जैसी लैंग्वेजेज का उपयोग होता है। मशीन लर्निंग मॉडल्स को ट्रेंड करने के लिए डेटा सेट्स और एल्गोरिदम का उपयोग किया जाता है, जिससे कंप्यूटर स्वचालित रूप से सीख और भविष्यवाणी कर सकते हैं।
Coding में क्या भविष्य है?
कोडिंग अपने सिख तो ली लेकिन आपके मन में सवाल उठ रहा होगा की आखिर कोडिंग का भविष्य क्या है क्या कोडिंग सिख लेने से मुझे अच्छी जॉब मिल सकेगी या नहीं अगर आपके मन ये सवाल आ रहे है तो भूल जाइये क्युकी कोडिंग का क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जहा आपके पास न जॉब की कमी रहेगी न पैसो की बस आपको कुछ ऐसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखनी है जो बहुत डिमांडिंग है
क्युकी कोडिंग की वजह से ये पोस्ट और वेबसाइट देख पा रहे है कोडीन से आप वेबसाइट बना सकते है गेम्स बना सकते है मोबाइल एप्प बना सकते है आपके पास काम की कमी नहीं रहेगी आपने हालही में बहुत प्रचलित नाम
चैट जीपीटी के बारे में सुना ही होगा जो एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से ही बना है
समाप्ति
यह आर्टिकल कोडिंग के बारे में एक संपूर्ण ज्ञानवर्धक और प्रेरक अनुभव है। हमने इसमें कोडिंग के मूल सिद्धांत, प्रकार, महत्व, और सीखने के तरीके के बारे में विस्तार से बताया है। यदि आप इस जगत में अपना कदम रखना चाहते हैं, तो तत्पर रहें और नए और रोचक प्रोजेक्ट्स में अपने कोडिंग कौशल को सुधारें।
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